सऊदी अरब के मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय ( MHRD ) ने अब फर्जी Saudization का पता लगाने के लिए नयी तकनीक आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस ( AI ) का इस्तेमाल करने के लिए नयी योजना बनायीं है। मंत्रालय ने सऊदी अरब के निजी अख़बार ओकाज़ और सऊदी गैज़ेटे से बात करते हुए बताया|
की मंत्रालय ने जनरल आर्गेनाईजेशन फॉर सोशल इन्शुरन्स ( GOSI ) के साथ सहयोग करते हुए कहा की हम इस आर्गेनाईजेशन की मदद से पूरा डाटा निकलवाएंगे जिससे हमें फर्जी डाटा भी पता चलजाइगा और फर्जी Saudization का भी पता चल जाएगा।
इस पर्किर्या में सभी फर्जी रजिस्ट्रेशन की तस्दीख भी शामिल है। मंत्रालय आर्टिफीसियल इंटेलीजेन्स ( AI ) की मदद से जो रजिस्ट्रेशन को ट्रैक करेगा और जो भी संधिगत मामले है उनकी भी पहचान हो जाएगी और फिर उनकी पहचान के बाद ऐसे लोगो की खोज पड़ताल के लिए निरक्षण टीमों के पास भेज दिया जाएगा और जो उन्होंने कानून का उल्लघन किया उसके लिए उन्हें भारी जुरमाना देना पड़ेगा।
मंत्रालय के मुताबिक , अगर कोई नागरिक मंत्रालय या फिर GOSI को शिकायत दर्ज करता है की उसका जो रजिस्ट्रेशन वो GOSI के साथ सही काम नहीं कर रहा है तो आर्गेनाईजेशन इसकी प्रमाणिकता का पता लगाने के लिए इसके मामले की पूरी जाँच करेगा।
अगर यह साबित हो जाता है की एम्प्लायर और वर्कर के बीच कोई भी काम करने का रिश्ता नहीं है तो इस मामले को GOSI के पैनल के पास भेजा जाएगा जंहा पर इस मामले का उल्लघन करने के लिए वंहा इसकी जाँच की जाएगी।
शिकायत को सही करार देने की सूरत में सोशल इन्शुअरन्स कानून में जो तय है उसको देखते हुए एम्प्लायर के खिलाफ कदम उठाये जाएंगे।
आपको बता दे 10 हजार सऊदी रियाल यानि दोगुना जुरमाना वसूला जाएगा , जोभी उल्लघन करने के सभी मामलो में ज्यादा है और जो उसकी सदस्यता होगी उसे भी नहीं माना जाएगा , मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक कहा की उल्लंघन में शामिल फर्म को भर्ती से रोक दिया जाएगा।